137 कंपनियां तलहटी पर, 343 पर निचला सर्किट
शुक्रवार को शेयर बाजार में मिड कैप व स्मॉल कैप कंपनियों को तगड़ा झटका लगा। यूं तो सेंसेक्स व निफ्टी में क्रमशः 0.55 फीसदी और 0.59 फीसदी की ही गिरावट आई है, लेकिन 137 मिड व स्मॉल कैप कंपनियों के शेयर अब तक के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गए, जबकि 343 कंपनियों पर निचला सर्किट ब्रेकर लगा। अगर ये सर्किट ब्रेकर न होते तो न जाने उनमें कितनी गिरावट आ जाती। बाजार के कारोबारियों का कहना हैऔरऔर भी
अब रीयल्टी आएगी नीचे 30% तक
थाईलैंड का शेयर बाजार 8 फीसदी लुढ़क गया। यह दिखाता है कि एशिया में किस कदर घबराहट फैली हुई है। लेकिन भारत में कमजोर रोलओवर के कारण एक बार फिर थोड़ा सुधार होता दिखा। इस बीच वायदा कारोबार में चांदी गिरकर 47,000 रुपए प्रति किलो तक जा पहुंची जो हमारे 49,000 रुपए के अनुमान से भी नीचे है। लेकिन कैश बाजार में 3000 रुपए का प्रीमियम है जिससे हाजिर चांदी 50,000 रुपए के भाव में मिल रहीऔरऔर भी
बाजार पर फिर चढ़ा पी-नोट्स का रंग
ग्रीस की खराब आर्थिक हालात के कारण पूरा यूरोप चिंतित है। भारत में महंगाई की स्थिति खराब चल रही है। इन हालात में बदनाम पी-नोट्स (पार्टिसिपेटरी नोट्स) के जरिए भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर बड़े पैमाने पर निवेश शुरू हो गया है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के कुल निवेश में पी-नोट्स की हिस्सेदारी मई महीने में 19.5 फीसदी तक पहुंच चुकी थी। सेबी के मुताबिक अप्रैल में यह आंकड़ा 15 फीसदी ही था। हालांकि यहऔरऔर भी
सर्किट हटने से आरडीबी में हाहाकार
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के प्रबंधन द्वारा आरडीबी इंडस्ट्रीज पर आज के लिए सर्किट फिल्टर हटाने का ‘अपेक्षित’ नतीजा दिख गया। शेयर 50 फीसदी से ज्यादा गिरकर नीचे में 75.05 रुपए पर पहुंच गया। दोपहर 12 बजे के आसपास यह 47.25 फीसदी की गिरावट के साथ 79.95 पर चल रहा था और इसमें 10.57 लाख शेयरों के सौदे हो चुके थे। यह आरडीबी इंडस्ट्रीज के शेयरों में 12 सालों के दौरान आई सबसे बड़ी गिरावट है। ऐसीऔरऔर भी