कितनी विचित्र बात है कि जिस उल्लू को हम भारतीय लोग देवी लक्ष्मी की सवारी मानते हैं, उसी की जान को हमारे ही कुछ भाई-बंधुओ के चलते खतरा पैदा हो गया है। इस पवित्र पक्षी को भी हम अंधविश्वास और स्वार्थ के चलते मारने से नहीं हिचकते। उल्लू के अंगों के दवा के तौर पर गलत उपयोग और तंत्र-मंत्र के लिए किए जा रहे अनियंत्रित अवैध व्यापार के कारण भारत में यह जीव गंभीर खतरे में है।औरऔर भी