रूटीन नहीं, नया
हमें हर काम को रूटीन नहीं, एकदम नया समझकर करना चाहिए ताकि दिमाग पूरी तरह उसमें रम जाए। यह नहीं कि यंत्रवत साइकिल चलाए जा रहे हैं और दिमाग का सचेत हिस्सा सोया पड़ा हुआ है।और भीऔर भी
हमें हर काम को रूटीन नहीं, एकदम नया समझकर करना चाहिए ताकि दिमाग पूरी तरह उसमें रम जाए। यह नहीं कि यंत्रवत साइकिल चलाए जा रहे हैं और दिमाग का सचेत हिस्सा सोया पड़ा हुआ है।और भीऔर भी
दिल्ली मेट्रो से सफर करनेवाले मध्यम आयवर्ग के 59 फीसदी लोग और गुड़गांव से रोजाना अप-डाउन करनेवाले 78 फीसदी लोगों को अगर मौका मिले तो वे साइकिल से ही यात्रा करना पसंद करेंगे। यह नतीजा है एक ताजा बाजार सर्वेक्षण का। इन लोगों को कहना है कि अगर साइकिल के लिए अलग लेन, पार्किंग की सुविधा और अन्य बाकी तंत्र हो तो उनकी पहली पंसद साइकिल से चलना होगा। इस सर्वेक्षण के निष्कर्षों के साथ बीजेपी सांसदऔरऔर भी
वैसे तो सहजता सबसे बड़ा अनुशासन है। लेकिन अनुशासन यूं ही सहज नहीं बनता। शुरू-शुरू में उसे आरोपित करना पड़ता है। बाद में एक दिन वह साइकिल के पैडल चलाने जैसा सहज बन जाता है।और भीऔर भी
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