जयराम रमेश को पर्यावरण मंत्रालय से हटाकर ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दे दी गई। लेकिन रमेश के इस तरह चले जाने पर पर्यावरणविदों की भावनाएं काफी आहत हुई हैं। इसे जताते हुए प्रोजेक्ट टाइगर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उनसे कहा, ‘‘सर, बाघों को आपकी कमी खलेगी।’’ मंगलवार को कैबिनेट मंत्री के तौर पर पदोन्नत किए गए रमेश ने इस पर प्रतिक्रिया दी, ‘‘मस्त रहो, मैं मंगल पर नहीं जा रहा।’’ बाघों के हितैषी मंत्री समझेऔरऔर भी

यह महाभारत की एक कथा है जो शरशय्या पर पड़े भीष्म युधिष्ठिर को सुना रहे हैं,  यह सुझाते हुए कि राजकाज में किसी व्यक्ति के स्वभाव को पहचान कर ही उसके अधिकारों में वृद्धि करनी चाहिए। आज राजकाज तो रहा नहीं, लेकिन अपने व्यवसाय से लेकर नौकरी तक में हमें एक तरह का राजकाज ही चलाना होता है। योगेंद्र जोशी जी ने यह कथा अपने ब्लॉग – जिंदगी बस यही है, पर बड़े मनोयोग से लगाई है।औरऔर भी