आदत से अशक्त
जो साफ-साफ दिखता है, उसको उल्टा देखना हमारी आदत है। हम जिस पर अंध आस्था रखते हैं, जिससे शक्ति पाने की उम्मीद करते हैं, उससे हमें कुछ नहीं मिलता। बल्कि हमारी शक्ति उसे मिल जाती है। वह शक्तिमान बन जाता है और हम दीनहीन।और भीऔर भी
आदत तो डालो
आदतों के बिना ज़िंदगी नहीं चलती। एकदम रसहीन बन जाती है। इसलिए आदतें तो डालनी ही पड़ती हैं। अब यह आप पर है कि आप खुद को अच्छी आदतों का गुलाम बनाते हैं या बुरी आदतों का।और भीऔर भी
सुखी या खुशी
कोई इंसान सुखी हो, इसका मतलब कतई यह नहीं कि वह खुश भी हो। खुशी तो एक अनुभूति है जिसका पारा ऊपर-नीचे होता रहता है। खुश रहना एक कला है, जिसकी आदत बड़े जतन से डालनी पड़ती है।और भीऔर भी
एसएमएस की आदत से युवा बन रहे हैं बीमार
मोबाइल फोन पर एसएमएस करते रहने की आदत युवाओं को बीमार बना रही है। उद्योग संगठन एसोचैम ने एक अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला है। इसमें कहा गया है कि दूरसंचार कंपनियों की विभिन्न पैकेज या योजनाओं में सस्ती दरों पर एसएमएस करने की सुविधा देने से भले ही यह युवाओं का पसंदीदा संवाद माध्यम बन गया हो, लेकिन इससे उनमें अनेक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हो रही हैं। अध्ययन में पाया गया है कि टेक्स्टऔरऔर भी
फैसले का हुनर
सोचिए, आपके फैसले कोई दूसरा कैसे ले सकता है! अपने फैसले खुद लेने की आदत डालें और उसकी जवाबदेही भी लें। तभी आप गलत फैसलों से सही फैसलों तक पहुंचने का हुनर सीख पाएंगे।और भीऔर भी
आदत का तोड़
यूं तो किसी भी आदत तो जड़ से मिटा देना ही अच्छा। लेकिन न मिटे तो उसे मोड़ देना चाहिए। जैसे, हम आदतन भिखारी को पैसा देते हैं। ये एक-दो रुपए हमें नई किताब खरीदने के लिए ज्ञान-पात्र में डाल देने चाहिए।और भीऔर भी