हाजिर बाजार और विदेशी बाजारों में मजबूती के रूख के बाद सोमवार को सटोरियों की आक्रामक लिवाली से वायदा कारोबार में चांदी की कीमतें 160 रुपए की तेजी के साथ 33,152 रुपए प्रति किलोग्राम की रिकॉर्ड नई उंचाई को छू गईं। वैश्विक बाजारों में चांदी की कीमतों के 30 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद घरेलू बाजार में भी यही रुख कायम हो गया।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में चांदी के अगले साल जुलाई की डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 160 रुपए या 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 33,152 रुपए प्रति किलोग्राम हो गए। हालांकि इसमें एक लॉट का ही कारोबार हुआ। लॉट व्यापार की न्यूनतम इकाई होती है। अभी चांदी में एक लॉट तीस किलो का है।
इसी प्रकार से चांदी के मई डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 109 रुपए या 0.33 फीसदी की तेजी के साथ 33,065 रुपए प्रति किलोग्राम हो गए। इसमें भी एक लॉट के लिए कारोबार हुआ। दिसंबर डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 72 रुपए अथवा 0.22 फीसदी की तेजी के साथ 32,820 रुपये प्रति किलोग्राम हो गए जिसमें 13 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
मजबूत वैश्विक रूख के बीच त्यौहारी मांग बढ़ने की उम्मीद में सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया है जिससे वायदा कारोबार में चांदी कीमतों में तेजी आई। इस बीच एशियाई क्षेत्र में चांदी के भाव 0.2 फीसदी की तेजी के साथ 21. 48 डॉलर प्रति औंस हो गए जो 1980 के बाद का उच्चतम स्तर है।