पूंजी बाजार नियामक संस्था सेबी चुनिंदी एफआईआई पर नियमों का पालन न करने के लिए लगाई गई रोक को हटाने के लिए तैयार नहीं है। सेबी का कहना है कि उसने खुलासा नियमों को लागू करने के लिए विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) को पर्याप्त समय दिया है और कुछ गंभीर संस्थागत निवेशकों ने इसके लागू भी किया है।
सेबी के चेयरमैन सीबी भावे ने 197 विदेशी संस्थागत निवेशकों और 342 उप-खातों पर ताजा कारोबार करने से प्रतिबंध के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘हमने एफआईआई को पर्याप्त समय दिया और जो गंभीर हैं, उन्होंने उसे अपनाया है।’’ उन्होंने कहा कि पिछले साल बाजार नियामक ने पाया था कि एफआईआई ने ढांचा तैयार किया है जो नियमों का पूरी तरह अनुपालन नहीं करती।
भावे ने कहा, ‘‘इसीलिए हमने मामले की जांच की और अप्रैल में हमने उन्हें छह महीने का समय दिया। जिन्होंने नियामकों का पालन नहीं किया, उनसे कहा गया कि वे कारोबार नहीं करे।’’ इस महीने की शुरूआत में सेबी ने 197 विदेशी संस्थागत निवेशकों और 342 उप खातां पर शेयर बाजार में कारोबार करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिन एफआईआई पर प्रतिबंध लगाया गया, उनमें वे फंड शामिल हैं जिसका प्रबंधन एचएसबीसी, डॉयचे बैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड जैसे वैश्विक वित्तीय समूह कर रहे थे।
इन इकाइयों पर होल्डिंग ढांचे के बारे में नियामक को खुलासा नहीं करने को लेकर कारोबार करने से प्रतिबंधित किया गया।