प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का दावा है कि वैश्विक परिदृश्य की अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था चालू वित्तीय वर्ष में 8.5 फीसदी बढेगी, जबकि अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष 2011-12 के दौरान सकल आर्थिक उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 9 से 10 फीसदी तक पहुंच सकती है। प्रधानमंत्री शनिवार को राजधानी दिल्ली में नौवें प्रवासी-भारतीय दिवस समारोह का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी सामाजिक विकास योजनाओं के लिए जरूरी धन तभी जुटेगा जबकि आर्थिक वृद्धि ऊंची होगी। सम्मेलन में विश्व भर से जुटे भारतीय मूल के करीब 1500 अनिवासी भारतीयों व भारत-वंशियों को को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘विश्व परिदृश्य की अनिश्चतताओं के बावजूद, मुझे इस बात पर खुशी है, कि हमारी अर्थव्यवस्था की रफ्तार अच्छी तरह सुधर रही है।’’
विभिन्न घोटालों को लेकर सरकार की आलोचना की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रशासनिक प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता व निगरानी सुनिश्चित करने के लिए चरणबद्ध तरीके से बदलाव लाने के प्रयास जारी हैं। लेकिन सरकारी कामकाज में जरूरी दूरगामी परिवर्तन लाने के लिए आम सहमति जरूरी है। उन्होंने जोर दिया कि सरकार इस दिशा में संजीदगी से प्रयास करेगी।
उन्होंने तीन दिवसीय सम्मेलन में दुनिया भर से आए प्रतिनिधियों को संबोधित करते कहा, ‘‘हम इस बात पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रहे हैं कि चरणबद्ध तरीके से बदलाव कैसे लाया जाए ताकि हमारी प्रशासनिक प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शी प्रक्रियाएं सुनिश्चित हो सकें।’’