हर तरफ हल्ला है कि शेयर बाजार में चल रही तेज़ी रिटेल निवेशकों की सीधी सक्रियता का नतीज़ा है। लेकिन यह दरअसल विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के साथ ही देशी निवेशक संस्थाओं की तरफ से बाज़ार में ज्यादा धन डालने का नतीज़ा है। एफपीआई/एफआईआई ने इस साल अब तक भारतीय शेयर बाज़ार में शुद्ध रूप से 64,655 करोड़ रुपए डाले हैं। म्यूचुअल फंडों ने भी सितंबर तिमाही में अपना एनएवी बढ़ाने के लिए जमकर निवेश किया। वैसे, इसका कोई स्पष्ट आंकड़ा नहीं है। लेकिन शेयर बाज़ार की सबसे बड़ी खिलाड़ी है एलआईसी, जिसने मार्च 2021 तक इसमें 32.59 लाख करोड़ रुपए लगा रखे थे। अब बुधवार की बुद्धि…
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