देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के चेयरमैन सी.एस. शेट्टी का कहना है कि भारत को प्रगति के लिए निश्चित रूप से 8% सालाना की गति से विकास करना होगा। इसके लिए निजी पूंजी निवेश व खपत को बढ़ाना पड़ेगा। लेकिन यह कैसे होगा? वहीं, कुछ सालों में दुनिया के सबसे अमीर से सातवें नंबर पर आ चुके माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स का कहना है कि भारत अगर 2047 तक विकसित देश बन जाए तो इससे देश ही नहीं, बाकी दुनिया का भी फायदा होगा। बीते हफ्ते मुंबई में एक समारोह में वे बोले कि उन्हें नहीं लगता कि भारत 10% सालाना की दर से बढ़ेगा, लेकिन उसकी विकास दर 5% से नीचे भी नहीं जाएगी। कोई भी बिजनेस या धंधा करनेवाला ‘गइयो गाभिन, भैंसियों गाभिन’ की ऐसी ही गोलमोल भाषा बोलता है। लेकिन असली सवाल यह है कि औसतन 6% से 6.5% सालाना की दर से बढ़ रहा भारत अपनी प्रति व्यक्ति आय को अगले 22 साल तक 9.1% की सालाना चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से कैसे बढ़ाता रहेगा क्योंकि तभी वो 2047 में विकसित देश बन पाएगा? मोदी तो तब श्रेय लेने या जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे। अब मंगलवार की दृष्टि…
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