एनएमडीसी बनेगी लाभ की खान

एनएमडीसी (नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) का बड़ा सीधा-सा हिसाब-किताब है। देश की सबसे बड़ी खनन कंपनी है। 90 फीसदी पूंजी सरकार की लगी है। एलआईसी ने 5 फीसदी लगा रखा है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने केवल 0.15 फीसदी लगा रखा है। बाकी अन्य निवेश संस्थाओं और जनता-जनार्दन के पास है। लेकिन इस जनता-जनार्दन के पास इसके केवल 1.18 फीसदी शेयर हैं। यानी, पब्लिक की कंपनी में पब्लिक ही नदारद है!

आपको याद होगा कि इस साल मार्च में जब इसका एफपीओ (फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर) आया था तो इसके शेयर 300 रुपए के मूल्य पर जारी किए गए थे। लेकिन आम निवेशकों को ये 5 फीसदी डिस्काउंट पर 285 में बेचे गए थे। अभी इसका भाव बीएसई में 263.05 और एनएसई में 262.90 रुपए चल रहा है। पिछले महीने 9 जून को यह 52 हफ्ते के न्यूनतम स्तर 254 रुपए पर जा चुका है। स्वनामधन्य विश्लेषक इसका जो भी मूल्यांकन करें, लेकिन यह मूल्यवान व संभावनामय कंपनी है, इसमें कोई दो राय नहीं होनी चाहिए। हालांकि इसके शेयर की बुक वैल्यू 36 रुपए है और इसका एक रुपए अंकित मूल्य का शेयर 8.69 रुपए के ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) के आधार पर 30.25 के पी/ई पर ट्रेड हो रहा है। लेकिन अध्ययन बताते हैं कि मजबूत कंपनी का पी/ई अनुपात ज्यादा हो तो वह निवेशकों को ज्यादा रिटर्न देती है।

पुरानी खबर यह है कि एनएमडीसी में फिर एफपीओ आएगा और सरकार इसकी 10 फीसदी इक्विटी और निकालेगी। ताजा खबर यह है कि वह छत्तीसगढ़ में अपनी बैलाडिला की खदानों से आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम तक 424 किलोमीटर की पाइपलाइन बिछाने जा रही है। इससे 120 लाख टन सालाना की क्षमता से लौह अयस्क राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) और एस्सार स्टील जैसी घरेलू स्टील निर्माता कंपनियों तक पहुंचाया जाएगा। कंपनी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक राणा सोम के मुताबिक इस काम पर अनुमानित निवेश 3000 करोड़ रुपए का है। पाइपलाइन का ऑर्डर अक्टूबर में दिया जाएगा और अगले दो सालों में इसे चालू कर दिया जाएगा।

कंपनी के शेयर में कल से अचानक सक्रियता बढ़ी है और बीएसई में इसके 5.38 लाख व एनएसई में 11.38 लाख शेयरों के सौदे हुए हैं। तो, बहती गंगा में हमें भी इसके 100-200 शेयर लेकर रख लेने चाहिए। पांच साल बाद किसी बड़ी जरूरत के काम में आएंगे। वैसे भी, एफपीओ में आम निवेशकों के लिए तय मूल्य से अभी यह हमें करीब 8 फीसदी डिस्काउंट पर मिल रहा है। इस कंपनी के साथ बस एक समस्या यह है कि इसकी बैलाडिला की खानें नक्सल-प्रभावित इलाके में हैं। लेकिन नक्सल समस्या को भी एक न एक दिन सुलझना ही है। कंपनी को अपनी तरफ से आदिवासियों को विकास की प्रक्रिया में भागीदार बनाने की कोशिश बढ़ानी होगी।

बाजार की बाकी चर्चा यह है कि एल एंड टी एस्ट्रा माइक्रोवेव को अपने नियंत्रण में लेने जा रही है। इसलिए एस्ट्रा का शेयर 73 रुपए के मौजूदा स्तर से उठकर 84 और 125 रुपए तक जा सकता है। रिलायंस कम्युनिकेशंस को 180 रुपए पर पकड़कर 173 रुपए के स्टॉप लॉस के साथ 220 का लक्ष्य रखा जा सकता है। बोरैक्स मोरारजी अभी है तो 75 रुपए पर, लेकिन यह 110 रुपए तक जा सकता है। टाटा स्टील और दूसरे मेटल स्टॉक अगले तीन-चार दिनों में 20 फीसदी तक बढ़ सकते हैं। आपका आज का दिन शुभ हो।

1 Comment

  1. Anil ji ek share hai Honeywell Automation kuch iske bare main apna view batiye mere pas hai ye @2930 ka.

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