दिमाग का चैन

दिमाग भी क्या स्वामिभक्त और जिद्दी किस्म का जीव है! जिस ढर्रे पर चला दो, चलता ही रहता है। जिस काम में लगा दो, बिना पूरा किए मानता ही नहीं। आप सो जाते हो, लेकिन इस बेचैन आत्मा को चैन नहीं पड़ता।

4 Comments

  1. सच कह रहे हैं ।

  2. dimag is an article which cannot be purchased from any market

  3. mind cannot be interchanged

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