वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 8.25 फीसदी से 8.75 फीसदी के बीच रहेगी और जल्द ही हम नौ फीसदी की औसत वृद्धि दर हासिल करने में सफल रहेंगे। हालांकि, इसके साथ ही मुखर्जी ने इस बात पर चिंता भी चिंताई कि खाद्य वस्तुओं की उंची कीमतों की वजह से महंगाई की दर बढ़ रही है।
वित्त मंत्री ने मंगलवार को राजधानी दिल्ली में आर्थिक संपादकों के सालाना सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि इस वित्त वर्ष में सकल कर राजस्व तेजी से बढ़ा है। इसके साथ ही स्पेक्ट्रम बिक्री से मिली राशि और विनिवेश के जरिये सरकार राजकोषीय घाटे को कम करने में सफल रहेगी।
मुखर्जी ने कहा, ‘‘निकट भविष्य में हम नौ फीसदी से अधिक की आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने में सफल रहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि 3जी व ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम की नीलामी और विनिवेश से मिले धन के जरिए सरकार को राजकोषीय घाटे में कमी लाने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। चालू वित्त वर्ष में अभी तक सकल कर राजस्व में 27.3 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में इसकी वृद्धि दर नकारात्मक रही थी।
वित्त मंत्री ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 8.25 से 8.75 फीसदी के बीच रहेगी। महंगाई के बारे में मुखर्जी ने कहा कि खाद्य वस्तुओं के दाम इसकी प्रमुख वजह हैं। इसके साथ ही उन्होंने रुपए की मजबूती पर भी चिंता जताते हुए कहा कि इसका देश के निर्यात पर असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मजबूत घरेलू मांग और निवेश के बेहतर माहौल की वजह से देश में पूंजी का प्रवाह बढ़ रहा है।