आलू, प्याज और दूसरी सब्जियों की आपूर्ति में सुधार से 23 अक्तूबर को समाप्त सप्ताह में थोक मूल्य पर आधारित खाद्य मुद्रास्फीति की दर करीब फीसदी नीचे खिसककर 12.85 फीसदी रह गई। यह लगातार तीसरा सप्ताह है जब खाद्य मुद्रास्फीति में गिरावट का रुख रहा है। एक सप्ताह पहले यह 13.75 फीसदी दर्ज की गई थी।
बुधवार को जारी सरकारी आंकडों के अनुसार सालाना आधार पर आलू के दाम 51.22 फीसदी तक नीचे आ गए जबकि सब्जियों के दाम 4.20 फीसदी नरम रहे। प्याज के दाम में भी थोड़ी कमी आई है। आवश्यक उपभोग की अन्य वस्तुओं में अनाज, दूध और फलों के दाम हालांकि उंचे बने रहे। सालाना आधार पर अनाज के दाम 4.07 फीसदी जबकि दाल-दलहन के दाम 0.67 फीसदी ऊंचे रहे। गेहूं और चावल के दाम क्रमश 4.36 और 3.17 फीसदी ऊंचे रहे।
खाने-पीने की अन्य वस्तुओं में दूध के दाम पिछले एक साल में 21.72 फीसदी तक ऊंचे रहे जबकि फलों में 16.03 फीसदी तक की वृद्धि दर्ज की गई। अंडा, मीट और मछली के दाम भी सालाना आधार पर 28.85 फीसदी तक बढ गए। बता दें कि जुलाई में नरम पडने के बाद से खाद्य मुद्रास्फीति लगातार अधिक बनी रही है। अगस्त और सितंबर में भारी वर्षा के कारण आपूर्ति गड़बड़ाने से यह ज्यादा रही।