सरकार पश्चिम एशिया, विशेषकर मिस्र की घटनाओं के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में आई तेजी पर नजर रखे हुए है और उसे विश्वास है कि वह तेल बाजार में उछाल से उत्पन्न स्थिति संभाल लेगी। यह आश्वासन दिया है वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने।
बुधवार को वित्त मंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि हम स्थिति को संभाल लेंगे। पहले भी जब कच्चे तेल के दाम काफी बढ़कर 147 डॉलर प्रति बैरल हो गए थे, तब भी हमने स्थिति को संभाला था। इसलिए हमें उम्मीद है कि हम इसे व्यवस्थित कर लेंगे।’’ वित्त मंत्री राजधानी दिल्ली में कपड़ा मंत्रालय द्वारा आयोजित टेक्स ट्रेंड इंडिया, 2011 एक्स्पो के दौरान संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि मिस्र में राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के खिलाफ जन आंदोलन के मद्देनजर पैदा हुए संकट से वैश्विक बाजार में इस समय कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चले गए हैं। आशंका है कि स्वेज नहर से कच्चे तेल का परिवहन प्रभावित हो सकता है। वहीं दूसरी ओर, घरेलू शेयर बाजार पर महंगाई की चिंताओं के साथ इन घटनाओं का असर पड़ा है और मंगलवार को शेयर बाजार 305 अंक तक टूट गया था। हालांकि बुधवार को सेंसेक्स में बढ़त दर्ज की गई है।