देश में करीब 11 साल से चल रहा मोदीराज खांटी हवाबाज़ी का पर्याय बन गया है। इस हवाबाज़ी के लम्बरदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। बाकी तमाम मंत्री, मुख्यमंत्री और बड़े-बड़े अधिकारी उनके दरबारी हैं। उनकी बातों और दावों का वास्तविकता से कोई लेना-लेना नहीं। संसद में बात सुनी नहीं जाती। अदालतें और न्यायाधीश जस्टिस लोया की प्रेतबाधा से ग्रस्त हैं। मीडिया सत्ता के साथ ऐसा नाभिनाल बद्ध है कि सरकार के खिलाफ बोल नहीं सकता। अधिकांश जनता अपने वजूद को बचाने के लिए बदहवास है। 80% हिंदुओं की अस्मिता व स्वामिभान को मुसलमानों का बनावटी आतंक दिखाकर ललकारा जा रहा है। मोदी-योगी झूठ बोलने में गोयबल्स तक को मात दे रहे हैं। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि जिस भारत को अभी तक दुनिया अपना बैक-ऑफिस कहती है, वो आज ‘न्यू फैक्ट्री ऑफ द वर्ल्ड’ बन गया है! दूसरे शब्दों में भारत जमकर निर्यात कर रहा है। लेकिन विश्व बैंक और संयुक्त राष्ट्र व्यापार व विकास संगठन (अंकटाड) ने प्रति व्यक्ति निर्यात के आधार पर दुनिया के करीब 200 देशों की सूची बनाई है। इस सूची में भारत 153वें नंबर पर है, जबकि दक्षिण कोरिया 44वें और ताइवान 35वें नंबर पर है। अब सोमवार का व्योम…
यह कॉलम सब्सक्राइब करनेवाले पाठकों के लिए है.
'ट्रेडिंग-बुद्ध' अर्थकाम की प्रीमियम-सेवा का हिस्सा है। इसमें शेयर बाज़ार/निफ्टी की दशा-दिशा के साथ हर कारोबारी दिन ट्रेडिंग के लिए तीन शेयर अभ्यास और एक शेयर पूरी गणना के साथ पेश किया जाता है। यह टिप्स नहीं, बल्कि स्टॉक के चयन में मदद करने की सेवा है। इसमें इंट्रा-डे नहीं, बल्कि स्विंग ट्रेड (3-5 दिन), मोमेंटम ट्रेड (10-15 दिन) या पोजिशन ट्रेड (2-3 माह) के जरिए 5-10 फीसदी कमाने की सलाह होती है। साथ में रविवार को बाज़ार के बंद रहने पर 'तथास्तु' के अंतर्गत हम अलग से किसी एक कंपनी में लंबे समय (एक साल से 5 साल) के निवेश की विस्तृत सलाह देते हैं।
इस कॉलम को पूरा पढ़ने के लिए आपको यह सेवा सब्सक्राइब करनी होगी। सब्सक्राइब करने से पहले शर्तें और प्लान व भुगतान के तरीके पढ़ लें। या, सीधे यहां जाइए।
अगर आप मौजूदा सब्सक्राइबर हैं तो यहां लॉगिन करें...