यूरोप व भारत के व्यापार में एक साथ आह-वाह

यूरोपीय संघ व्यापार परिषद ने 27 देशों के संगठन यूरोपीय संघ और भारत के बीच महत्वाकांक्षी व व्यापक व्यापार समझौते पर सहमति जताई है। यूरोपीय संघ के मुख्यालय ब्रसेल्स में सोमवार को परिषद की बैठक में यह रेखांकित किया गया कि समझौते का मकसद यूरोपीय वस्तुओं व सेवाओं को भारतीय बाजार में पहुंचाना है। लेकिन बैठक के बाद यह भी कहा जा रहा है कि दोनों के बीच मुक्त व्यापार समझौता मुश्किल में पड़ गया है।

यूरोपीय संघ ने बयान में कहा कि संभावित समझौते से संबंद्ध पहुलओं की जांच में परिषद का नजरिया सकारात्मक है। साथ ही निवेश के मामले में वह जल्दी बातचीत शुरू होने की उम्मीद कर रहा है। दोनों पक्षों के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार और निवेश समझौते (बीटीआईए) के लिए 13 दौर की वार्ता हो चुकी है। यह बातचीत जून 2007 में शुरू हुई थी।

उधर, समाचार एजेंसी एएफपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त कारेल डी गुच ने चेतावनी दी है कि यूरोप और भारत में लंबे समय से सोचा रहा मुक्त-व्यापार समझौता (एफटीए) खटाई में पड़ गया है क्योंकि दोनों पक्ष पर्याप्त लचीलापन नहीं दिखा रहे हैं। गुच ने यह बात व्यापार परिषद की बैठक के बाद कही।

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