शेयर बाज़ार की तेज़ी या मंदी एकतरफा नहीं होती। उसका ग्राफ कभी एकदम सीधी रेखा में नहीं चलता। एक स्तर पर पहुंचने के बाद वह टूटता है, दिशा बदलता है और नया चक्र शुरू हो जाता है। इन चक्रों के ऊपर कोई सुपर-चक्र नहीं होता जो लगातार लम्बे समय तक एक ही दिशा में बढ़ता चला जाए। बाज़ार में मार्च 2020 के बाद तेज़ी का जो चक्र चल रहा है, वह भी देर-सबेर टूटेगा, दिशा बदलेगा। यहऔरऔर भी