गणना, भावना या विचार की कद्र नहीं
कोरोना महामारी का कसता फंदा। अर्थव्यवस्था की डूबती नब्ज़। चीन के साथ सीमा पर बढ़ता तनाव। फिर भी शेयर बाज़ार में तेज़ी। शेयर बाज़ार की गति का अपना ही गणित है। वह बाहरी गणनाओं और हमारी भावनाओं या विचारों की परवाह नहीं करता। वह उधर ही भागता है, जहां मुनाफा कमा सकता है। बाज़ार में उन लोगों की आत्मा को काया मिलती है जिन्हें धन की नहीं, उसे बढ़ाते जाने की चिंता है। अब गुरुवार की दशा-दिशा…औरऔर भी