जो बदलने के काबिल, वो कामयाब
इंसान की तरह कंपनी के जीवन में भी उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। असली काबिलियत की परख यह है कि आप झंझावातों से कैसे पार पाते हैं। इसी तरह कंपनियों की राह भी बहुत आसान नहीं होती। उन्हें हालात से जूझकर अपनी लाभप्रदता बनाए रखनी पड़ती है। उन्हें इस क्रम में अपने बिजनेस मॉडल में काटछांट करनी पड़ती है। साथ ही अच्छी कंपनी का ध्यान हमेशा अपने शेयरधारकों पर रहता है। तथास्तु में आज ऐसी ही एक कंपनी…औरऔर भी