इजरायल के वैज्ञानिक डेनियल शेख्तमैन को रसायन शास्त्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए वर्ष 2011 का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। इजरायल प्रौद्योगिकी संस्थान से जुड़े शेख्तमैन ने अप्रैल 1982 में क्रिस्टल में परमाणु संरचना की खोज की। उनकी खोज का सार यह है कि क्रिस्टल में परमाणु ऐसे पैटर्न में गुंथे हैं जहां कोई दोहराव नहीं होता।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक स्टॉकहोम स्थित रॉयल स्वीडिश एकेडमी आफ साइंस के स्थायी सचिव स्टैफन नॉरमार्क ने एक बयान में कहा, “सभी ठोस पदार्थो में परमाणुओं के बारे में माना जाता है कि वे संतुलित स्वरूप में जुड़े होते हैं और समय-समय पर उनकी संरचना का दोहराव होता रहता है। लेकिन शेख्तमैन ने अपने अध्ययन से साबित किया है कि उनके क्रिस्टल के परमाणु एक स्वरूप में जुड़े थे, पर उनमें दोहराव नहीं हुआ।”
बता दें कि इस साल का यह तीसरा नोबेल पुरस्कार है। मंगलवार को भौतिक शास्त्र में नोबेल पुरस्कार अमेरिकी वैज्ञानिक सॉल पर्लमटर, अमेरिकी वैज्ञानिक एडम रीस और ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक ब्रायन श्मिट को देने की घोषणा की गई।