आहलूवालिया कांट्रैक्ट्स है परेशान

अगर समाज हमारा सही मूल्य नहीं आंकता तो हम-आप कोई भी परेशान हो सकते हैं। इसी तरह पूंजी बाजार में उतरी कंपनियां भी परेशान हो जाती हैं जो बाजार उनका सही मूल्य नहीं आंकता। चार दशकों से ज्यादा वक्त से कंस्ट्रक्शन का बिजनेस कर रही आहलूवालिया कांट्रैक्ट्स इंडिया लिमिटेड (एसीआईएल) भी परेशान है कि सब कुछ के बावजूद उसका शेयर (बीएसई – 532811, एनएसई – AHLUCONT) बढ़ क्यों नहीं रहा।

शेयर के बढ़ने से कंपनी को सीधे-सीधे कुछ नहीं मिलता। हां, इतना जरूर होता है कि पूंजी बाजार से वह कम शेयरों के जरिए वे ज्यादा पूंजी जुटा सकती हैं। और, आप जानते ही है कि धंधे को चलाते रहने के लिए बराबर पूंजी की जरूरत पड़ती है। कंपनी यह पूंजी बैंक से ऋण के रूप में ले सकती है या पूंजी बाजार में निवेशकों को शेयर व डिबेंचर जैसे विभिन्न प्रपत्र जारी करके हासिल कर सकती है। बाजार में शेयर के भाव अच्छे हुए तो उसे वाजिब प्रीमियम मिल जाता है, नहीं तो दिल मसोसकर उसे महंगा ‘माल’ सस्ते में निकालना पड़ता है।

आहलूवालिया कांट्रैक्ट्स के प्रवर्तक चाहते तो तमाम प्रवर्तकों की तरह कोई ऑपरेटर पकड़ते, उसे सस्ते में ऑफ-मार्केट लाख-दो लाख शेयर पकड़ाते और कहते कि भाई चढ़ा दे हमारे शेयरों को आसमान पर। प्रवर्तक, ऑपरेटर और कंपनी तीनों का फायदा! यह तरीका हमारे बाजार में मजे से चलता है। सबको पता है तो बाजार नियामक संस्था, सेबी को भी पता होगा। लेकिन यह तरीका अनैतिक होने के साथ ही कानूनन भी गलत है।

आहलूवालिया कांट्रैक्ट्स ने दुनिया भर में प्रचलित सही तरीका अपनाया। उसने केयर रेटिंग्स से संपर्क किया। बाकायदा चेक के जरिए उसे अपने स्टॉक की फंडामेंटल ग्रेडिंग के लिए फीस दी। केयर ने भी पूरी निष्पक्षता की गारंटी करते हुए पूरी रिपोर्ट बनाकर इसी 31 जनवरी 2011 को जारी की है, जिसे कोई भी निवेशक देख-परख सकता है और उसके आधार पर निवेश का फैसला कर सकता है। हां, हमारे-आपके दिक्कत यह होती है कि ये सारी रिपोर्टें अंग्रेजी में होती हैं।

केयर ने आहूवालिया कांट्रैक्ट्स को हर पहलू से जांचने के बाद उसे पांच में से चार का फंडामेंटल ग्रेड दिया है जिसका मतलब होता है कि इस कंपनी के फंडामेंटल्स या मूलभूत पहलू बहुत अच्छे हैं। इसका शेयर 31 जनवरी को बीएसई में 136.30 रुपए पर बंद हुआ था। कल 7 फरवरी को इसका बंद भाव 138.60 रुपए रहा है। लेकिन केयर इक्विटी रिसर्च का कहना है कि इस स्टॉक का मौजूदा अंतर्निहित मूल्य (सीआईवी – करेंट इंट्रिंजिक वैल्यू) 202 रुपए है।

ऊपर से उसका आकलन है कि अगले वित्त वर्ष 2011-12 में कंपनी का प्रति शेयर शुद्ध लाभ (ईपीएस) 23.3 रुपए होगा और उसका पी/ई अनुपात 11.1 रहेगा। इन दोनों का गुणा करके हम देख सकते हैं कि साल भर बाद कंपनी के शेयर का मूल्य 258.60 रुपए हो सकता है। यानी, इसमें अभी के स्तर से 80 फीसदी से ज्यादा बढ़त की गुंजाइश है। वैसे, सीएनआई रिसर्च के डाटाबैंक के अनुसार कंपनी का ठीक पिछले बारह महीनों का ईपीएस 13.37 रुपए है और उसका शेयर 10.39 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है, जबकि उसकी बुक वैल्यू 47.34 रुपए है। यह शेयर पिछले 52 हफ्ते में ऊपर में 245.95 रुपए (26 अप्रैल 2010) और नीचे में 125 रुपए (3 दिसंबर 2010) तक गया है।

आहूवालिया कांट्रैक्ट्स 1979 में बनी कंपनी है और 1990 में वह पब्लिक लिमिटेड कंपनी बनी। वह मुख्य रूप से सिविल कंट्रक्शन के बिजनेस में है। वह सरकारी व निजी क्षेत्र के ग्राहकों को पूरी इंजीनियरिंग व डिजाइन समाधान भी देती है। कंपनी अपनी 100 फीसदी मालिकाने वाली सब्सिडियरी अहलकॉन रेडी मिक्स कांक्रीट प्रा. लिमिटेड (एआरएमसी) के जरिए रेडी मिक्स कांक्रीट (आरएमसी) का धंधा भी करती है। कंपनी के पास अभी करीब 6000 करोड़ रुपए के ऑर्डर हैं। इनमें से 3500 करोड़ रुपए के ऑर्डरों पर अभी काम होना है। साफ है कि अगले दो सालों तक कंपनी को धंधा पकड़ने की कोई चिंता नहीं है। चालू वित्त वर्ष 2010-11 में दिसंबर तक के नौ महीनों में कंपनी को 1561 करोड़ रुपए के नए ऑर्डर मिल चुके हैं।

कंपनी की इक्विटी 12.55 करोड़ रुपए है जो दो रुपए अंकित मूल्य के शेयरों में विभाजित है। इसका 72.61 फीसदी हिस्सा प्रवर्तकों के पास है, जबकि एफआईआई के पास इसके 4.98 फीसदी और डीआईआई के पास 8.66 फीसदी शेयर हैं। इसके बड़े शेयरधारकों को टॉरस म्यूचुअल फंड (3.36 फीसदी), नालंदा इंडिया फंड (1.85 फीसदी), फिडेलिटी इंडिया (1.70 फीसदी) और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इमर्जिंग स्टार फंड (1.18 फीसदी) शामिल हैं।

1 Comment

  1. hello mr anil,
    yeh baat sahi hai ki hum aap ki website ke fans hai aur ise regular follow bhi karte hain ,lekin kya crisil ya icra ya care ki report ki fundamental grading ko har baar sahi samajh lena chahye . mere paas crisil ki report jo ki everstkanto cyllinder (EKC) par thi aaj se 1 saal pehle ayi thi jis mein crisil ne ise 220 pe buy karne ko kha tha .aaj 1 saal baad yeh stock 78/- pe trade kar raha hai.is stock ne itna loss to diya hi hai aur mkt se underperform bhi kiya hai .company sab log jante hain achi he lekin uske debt ke bare mein koi baat nahi karta.cng ka usage bhad raha hai par cyllinder banane wali top class company pit rahi he.mera swaal apse he kya in reports pe kitna bharosa kar sakte hain? apka is company ke bare mein kya vichar he ,yeh abhi mere portfolio main nahin hai ,par apki rai mere decision lene mein help kar sakti he.aaj jubiliant life sc ko mene apne portfolio mein dal liya hai, iski debt:equity ratio mere ko pasand nahi thi par management ki koshish ise kam karne ki he ,jo mujhe achi lagi.
    dr randeep singh

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