कभी तेज़ी तो कभी मंदी के बीच हिचकोले खाता हमारा शेयर बाज़ार आखिर लम्बी तेज़ी का हाईवे कब पकड़ सकता है? इसका जवाब सीधे-सीधे अर्थव्यवस्था में पूंजी निवेश के चक्र से जुड़ा हुआ है। साल 2003 से 2007 के बीच देश में जमकर पूंजी निवेश का चक्र चला तो उस दौरान बीएसई सेंसेक्स सात गुना बढ़ गया, जबकि बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक तो 16 गुना चढ़ गया। जानकार मानते हैं कि हम फिलहाल वैसे ही पूंजी निवेश के चक्र के शुरुआती चरण में हैं। इस साल 2022-23 के बजट में केंद्र सरकार ने पूंजी निवेश या खर्च (कैपेक्स) का लक्ष्य 35% बढ़ाकर 7.5 लाख करोड़ रुपए कर दिया है। साथ ही 13 प्रमुख उद्योग क्षेत्रों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) स्कीम शुरू की है। इससे निजी निवेश भी कई गुना बढ़ सकता है। अब शुक्रवार का अभ्यास…
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