विश्व बैंक ने अपनी एक नई रिपोर्ट में कहा है कि 2023 से 2030 के बीच विश्व की औसत विकास दर 30 साल के न्यूनतम स्तर 2.2% सालाना पर आ सकती है। चालू सदी के पहले दशक में यह औसत दर 3.5% सालाना रही थी। विश्व बैंक का कहना है कि विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था को ज्यादा ही झटका लग सकता है। साल 2000 से 2010 तक के दशक में उनकी जो औसत आर्थिक विकास दर 6% रही थी, वो 2023 से 2030 के दौरान तेज़ी से घटकर 4% पर आ सकती है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व अर्थव्यवस्था के विकास का स्वर्णिम काल अब खत्म होने जा रहा है। जिस चीन ने विश्व अर्थव्यवस्था को आवेग दिया था, वह अब खुद सुस्त पड़ता जा रहा है। सवाल उठता है कि क्या भारत अब विश्व अर्थव्यवस्था का तारणहार बन सकता है? दिक्कत है कि उसकी तो अपनी ही हालत पस्त पड़ी है। अब शुक्रवार का अभ्यास…
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