अब छह भारतीय भाषाओं में लिखित पाठ्य को पढ़ने वाली टेक्सट टू स्पीच (टीटीएस) प्रणाली उपलब्ध हो गई है। ये भाषाएं हैं हिंदी, मराठी, बांग्ला, तेलुगू, तमिल, मलयालम और पंजाबी। गुरुवार को संचार व सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिव पायलट ने इस प्रणाली की सीडी का लोकार्पण किया। उन्होंने इस मौके पर हिन्दी के लिए वेब आधारित प्रकाश आधारित पहचान प्रणाली (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन सिस्टम या ओसीआर) की भी शुरूआत की।
टेक्स्ट टू स्पीच ऐसा कंप्यूटर सॉफ्टवेयर है जो किसी पाठ को मशीन के जरिए मानव की आवाज में पढ़ सकता है। टीटीएस सॉफ्टवेयर नेत्रहीनों या लगभग खराब हो चुकी आंख वाले लोगों को कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस पर लिखे पाठ्य सुनने में सक्षम बनाएगा। स्क्रीन रीडर के साथ लैस टेक्स्ट टू स्पीच नेत्रहीन उपयोगकर्ताओं को सुनाई देने वाले शब्दों के आधार पर कंप्यूटर के प्रयोग को समझने और उनका उपयोग करने के लिए सक्षम बनाएगा। इस स्क्रीन रीडर में आसान नैविगेशन की सुविधा उपलब्ध है।
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के भारतीय भाषा प्रौद्योगिकी विकास कार्यक्रम (टीडीआईएल) ने एक कंसोर्टियम परियोजना के तहत यह सॉफ्टवेयर विकसित किया है। टीटीएस को एकीकृत रूप में नॉन विजुअल डेस्कटॉप प्रणाली (एनवीडीए), स्क्रीन रीडर और प्रकाश आधारित पहचान प्रणाली (ओसीआर) से भी लैस किया गया है। कंसोर्टियम परियोजना के तहत हिन्दी और पंजाबी में विकसित ओसीआर प्रणाली उपयोगकर्ताओं की प्रतिपुष्टि के लिए टीडीआईएल डेटा सेंटर पर प्रदान किया गया है जबकि संगणना स्तर पर गहन प्रौद्योगिकी अनुसंधान की चुनौतियों का भी समाधान समानांतर रूप से ढूंढा जा रहा है।
स्क्रीन रीडर (एनवीडीए और ओसीआरए) के साथ टीटीएस की सीडी प्रोफेसर हेमा मूर्ति (hema@cse.iitm.ac.in) से अनुरोध कर पाई जा सकती है और ओसीआर टीडीआईएल डेटा सेंटर से प्राप्त किया जा सकता है।