बंधे हैं हम सभी
2010-05-13
अनंत चुम्बकीय क्षेत्रों से घिरे हैं हम। इन्हीं में से एक चुम्बकीय क्षेत्र हमारा भी है। इन्हीं के बीच के आकर्षण-विकर्षण से फूल से लेकर विचार तक खिलते हैं। उनमें सिमिट्री, संतुलन और सौंदर्य पैदा होता है।और भीऔर भी
अनंत चुम्बकीय क्षेत्रों से घिरे हैं हम। इन्हीं में से एक चुम्बकीय क्षेत्र हमारा भी है। इन्हीं के बीच के आकर्षण-विकर्षण से फूल से लेकर विचार तक खिलते हैं। उनमें सिमिट्री, संतुलन और सौंदर्य पैदा होता है।और भीऔर भी
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