फर्क लोकतंत्र, प्रजातंत्र व जनतंत्र का
2012-11-06
लोकतंत्र का लोक अत्यंत प्राचीन है, जनपदों के युग का है, परलोक का विरोधी और गांवों में रहनेवालों का सूचक। हालांकि अपने यहां लोक का सरकारीकरण हो चुका है – लोक सेवा आयोग और लोक निर्माण विभाग। प्रजातंत्र सामंती युग से जुड़ा है, वह राजतंत्र का विरोधी है और राजा को छोड़कर बाकी पूरे समाज का द्योतक। जनतंत्र का जन भी बहुत पुराना है, लेकिन आधुनिक युग में वह शासित, शोषित व दमित जनता का सूचक है।औरऔर भी
मेहरबानी बराबर
2010-04-30
ऊपर वाला सब पर बराबर मेहरबान रहता है। सूरज चाहे भी तो किसी को कम या ज्यादा धूप कैसे दे सकता है!! हमें मिल नहीं पाता तो इसमें दोष खुद हमारा या हमारे सामाजिक तंत्र का है।और भीऔर भी