धंधा व्यापार का, बराबर फलता-फूलता
बनाता है कोई, कमाता है कोई। दुनिया की यह रीत बड़ी पुरानी है और एकदम नई भी। व्यापार अपने यहां आज भी कृषि के बाद रोजी-रोजगार का सबसे बड़ा साधन है। एक ही गली-मोहल्ले में किराना से लेकर सर्राफा तक की कई दुकानें मिल जाती हैं। सभी दुकानदार ठीकठाक कमा लेते हैं और घर के तमाम सदस्यों को काम-धंधा भी मिल जाता है। दुनिया में भी व्यापार बहुत बड़ा धंधा बना हुआ है। आज अमेजॉन दुनिया काऔरऔर भी