कभी सन्नामी अंतरराष्ट्रीय सलाहकार फर्म मैकेंजी के सरगना और गोल्डमैन सैक्श से लेकर प्रॉक्टर एंड गैम्बल व अमेरिकन एयरलाइंस जैसी बड़ी कंपनियों के निदेशक रह चुके अनिवासी भारतीय रजत गुप्ता की इज्जत का फालूदा बन चुका है। बुधवार को देर शाम अमेरिका की एक जिला अदालत ने उन्हें ‘धोखेबाज और बेईमान’ करार देते हुए दो साल की कैद और 50 लाख डॉलर जुर्माने की सज़ा सुना दी। फैसले के मुताबिक रजत गुप्ता की कैद 8 जनवरी 2013औरऔर भी

वॉल स्ट्रीट के नाम से मशहूर न्यूटॉक स्टॉक एक्सचेंज को हिला देने वाले अमेरिका के सबसे बड़े इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में भारतीय मूल के दो लोग आमने सामने हैं। एक अपराधी के कठघरे में तो दूसरा सरकारी वकील के रूप में। न्यूयॉर्क के शीर्ष संघीय वकील प्रीत भरारा द्वारा अमेरिका में कॉरपोरेट जगत की चर्चित शख्सियत रजत गुप्ता और अन्य पर आरोप साबित करने के लिए हर कानूनी दांवपेच अपनाए जाने की संभावना है। भरारा न्यूयॉर्क केऔरऔर भी

मुरैना (मध्य प्रदेश) की खाद्य तेल कंपनी केएस ऑयल्स की हालत इतनी खराब नहीं है कि उसका शेयर 77 रुपए से टूटकर 7.70 रुपए पर आ जाए। जी हां! केएस ऑयल्स का शेयर 18 जनवरी 2010 को बीएसई में 77 रुपए पर था, जबकि 17 अगस्त 2011 को 7.70 रुपए पर आ गया। पूरे 90 फीसदी की चपत। कंपनी ने हालांकि चालू वित्त वर्ष 2011-12 की पहली तिमाही के नतीजे घोषित नहीं किए हैं, लेकिन बीते वित्तऔरऔर भी

दुनिया की जानीमानी सलाहकार फर्म मैकेंजी एंड कंपनी के पूर्व प्रमुख और अमेरिका में इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोपों से घिरे रजत गुप्ता ने आखिरकार हैदराबाद स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) की कार्यकारिणी समिति के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। सोमवार को इंडियन बिजनेस स्कूल ने उनके त्यागपत्र की पुष्टि कर दी। अब स्कूल की कार्यकारिणी समिति के नए चेयरमैन का तलाश शुरू हो गई है। आईएसबी के प्रवक्ता ने हैदरबाद में कहा, “रजत गुप्ताऔरऔर भी