पहले सीधे पत्र आते थे। फिर ई-मेल आने लगे और अब एसएमएस भी आ रहे हैं जो बताते हैं कि आपने फलां देश की फलां लॉटरी जीत ली है या किसी अरबपति ने अपनी सारी जायदाद आपके नाम कर दी है। आपने उनके झांसे में आकर हां कर दी तो प्रोसेसिंग फीस वगैरह लेने का सिलसिला शुरू होता है जिसमें बाकायदा रिजर्व बैंक के बड़े अधिकारियों तक का नाम व पता बताया जाता है, उनके लेटरहेड परऔरऔर भी