भाई लोगों ने नतीजे घोषित होने से पहले महिंद्रा सत्मय की क्या धुनाई की है? बीएसई में यह शेयर खुला पहले से बढ़कर 87 रुपए पर। दोपहर साढ़े बारह बजे तक 88.40 रुपए तक पहुंच गया। शेयर कमोबेश इसी दायरे में चल रहा था कि अचानक पौने दो बजे के आसपास खिलाड़ी लोग इसे गिराकर 81.90 रुपए तक ले गए। फिर तो शाम को बाजार की समाप्ति तक यह दबा-दबा ही रहा और बंद हुआ शुक्रवार के आखिरी भाव से 1.23 फीसदी घटकर 84.40 रुपए पर। हालांकि आज बीएसई में इसके 41.02 लाख और एनएसई में 114.22 लाख शेयरों का जबरदस्त कारोबार हुआ।
इस शेयर को नतीजों के ठीक पहले क्यों इस तरह पीटा गया, समझ में नहीं आता क्योंकि कंपनी के बहु-प्रतीक्षित नतीजे ठीकठाक रहे हैं। चालू वित्त वर्ष 2010-11 में जून की तिमाही में उसने समेकित आधार पर 1248 करोड़ रुपए की आय पर 97.5 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है, जबकि सितंबर तिमाही में उसकी आय 1242.4 करोड़ और शुद्ध लाभ 23.3 करोड़ रुपए रहा है। इन तिमाहियों में उसका परिचालन लाभ क्रमशः 114 करोड़ रुपए और 65 करोड़ रुपए रहा है।
हैदराबाद में शाम को इन नतीजों की घोषणा के बाद कंपनी के चेयरमैन विनीत नय्यर ने कहा कि टेक महिंद्रा और कंपनी के कामकाज में काफी समानता है और हम साथ-साथ मिलकर अपनी बाजार रणनीति बना रहे हैं। इस मौके पर कंपनी के सीईओ सीपी गुरनानी का कहना था कि पिछली दो तिमाहियों के नतीजे दिखाते हैं कि हमने एक तरह का स्थायित्व हासिल कर लिया है। हम अपनी पारंपरिक ताकत दोबारा पा चुके हैं। आगे हम अपना दायरा बढ़ाते जाएंगे। महिंद्रा सत्यम में लगे कर्मचारियों की संख्या इस समय 28,068 है।
कंपनी ने इसी साल सितंबर में 2008-09 और 2009-10 के अंकेक्षित नतीजे घोषित किए थे। इसमें से महिंद्रा समूह की कंपनी बनने के बाद 2009-10 में महिंद्रा सत्यम ने 5481 करोड़ रुपए की आय पर 124.6 करोड़ रुपए का घाटा उठाया था। जाहिर है कि कंपनी का सारा घाटा अब धो-पोंछ डाला गया है और वह विकास की नई राह पर अपने कदम बढ़ा चुकी है।