काम का इश्क

जब आप किसी काम के इश्क में पड़ जाते हो तो कोई भी बाधा या विफलता आपको नहीं रोक पाती। दिल से ठान लेना ही आधी से ज्यादा सफलता की गारंटी है। बाकी तो गंगा अपने बहने की राह खुद खोज लेती है।

1 Comment

  1. गंगा का प्रवाह पहाड़ों की ऊँचाईयाँ ही निर्धारित कर देती हैं। मैदान में तो और नदियाँ जुड़ती जाती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *