तेजी नहीं, बस चमक है अनार की

बाजार लोगों की सोच का गुलाम नहीं है। दिसंबर का महीना मंदड़ियों की जकड़ में रहा, जबकि बाजार के लोग अच्छी रैली की उम्मीद कर रहे थे। जनवरी में बाजार के लोग 10 फीसदी गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन डेरिवेटिव सौदों में कैश सेटलमेंट की व्यवस्था के चलते बाजार वर्तमान सेटलमेंट के अंतिम दिन 25 जनवरी तक निफ्टी को 5000 तक ले जा सकता है।

अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे जो चाहते हैं, उन्हें मिल जाएगा। अभी ज्यादातर सौदे मंदी की मानसिकता में डूबे हैं। बाजार ओवरसोल्ड अवस्था में है। शॉर्ट सौदों की भरपार है। इसलिए ऐसा ही होना सुनिश्चित है। इस दौरान एकमात्र अहम चीज यह होगी कि आप कौन-से स्टॉक्स को चुनते हैं।

आज बाजार सुबह बढ़कर खुला तो बंद होने के थोड़ा पहले तक बढ़ता ही गया। सवा तीन बजे के आसपास कल से 2.94 फीसदी की बढ़त लेकर निफ्टी ऊपर में 4773.10 तक चला गया। फिर थोड़ा नीचे आकर 2.77 फीसदी की बढ़त के साथ 4765.30 पर बंद हुआ। मेरी समझ में यह कोई स्थाई तेजी नहीं है। यह शॉर्ट कवरिंग का नतीजा है जो निफ्टी को ज्यादा से ज्यादा 5000 तक ले जा सकता है। जब तक यह 200 दिनों के मूविंग औसत (डीएमए) 5275 के स्तर को पार नहीं करता, तब तक हम निर्णायक रूप से नहीं मान सकते कि बाजार में तेजी का दौर शुरू हो गया।

फिलहाल ऑडिटिंग मानक एएस-11 को लेकर अब भी कुछ विभ्रम बरकरार है क्योंकि खबरें कुछ और कहती हैं, जबकि अधिसूचना कुछ और। अधिसूचना में में कहा गया है कि 2012 की अंतिम तिथि आगे खिसका दी गई है, जबकि मीडिया में आई खबरों में बताया गया था कि लाभ-हानि खाते के विदेशी मुद्रा घाटे को बैलेंसशीट में ले जाने की इजाजत दे दी गई है। इसलिए जो बात तीसरी तिमाही के नतीजों को नया मोड़ दे सकती थी, शायद वो वैसा न कर पाए। कहने का अभिप्राय यह है कि एएस-11 के मानक में ज्यादा मायने-मतलब नहीं तलाशा जाना चाहिए। इसके बावजूद मेरी तो राय यही है कि इस सेटलमेंट में लॉन्ग रहने का रुझान रखें। निफ्टी में हमारा लक्ष्य 4850 और 5000 का है।

जब कभी आप खुद को बहुमत के साथ खड़ा पाएं तो ज़रा ठहर कर सोचें कि कहीं आपसे कुछ गड़बड़ तो नहीं हो गई।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)

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