भारत जैसा शानदार डेमोग्रैफिक डिविडेंड वाला देश अगर अपनी पूरी श्रमशक्ति का उपयोग नहीं कर रहा है तो अर्थव्यवस्था अपनी संपूर्ण संभावना कतई नहीं हासिल कर सकती। हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का दम भरते हैं। लेकिन ‘द इकनॉमिस्ट’ पत्रिका के मुताबिक दुनिया में केवल नौ देश हैं जहां बेरोज़गारी की दर भारत से ज्यादा है। ये देश हैं ग्रीस, इटली, स्पेन, तुर्किए, ब्राज़ील, चिली, कम्बोडिया, मिस्र व सऊदी अरब। वो भी तब, जब हमारे यहां श्रम भागीदारी की दर बहुत कम है। दिसंबर 2022 मॆ यह दर 41.3% थी। मतलब, 58.7% श्रमिक काम के बाज़ार में आते ही नहीं। ज्यादातर महिलाएं अभी तक श्रमशक्ति से बाहर हैं। साल 2005 में श्रमशक्ति में महिलाओं की भागादारी 32% हुआ करती थी। यह साल 2021 तक घटकर 19% पर आ गई। मुस्लिम महिलाओं में तो श्रमशक्ति में भागीदारी का हिस्सा और भी कम है। अब शुक्रवार का अभ्यास…
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