870 पर बायबैक, फिर भी रिलायंस में लगे न झटका

रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक बोर्ड ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुरूप शुक्रवार को कंपनी के 12 करोड़ शेयर वापस खरीदने का फैसला कर लिया। शेयरों को वापस खरीदने का अधिकतम मूल्य 870 रुपए प्रति शेयर रखा गया है। यह मूल्य शुक्रवार, 20 जनवरी को एनएसई में शेयर के बंद भाव 792.65 रुपए से 9.76 फीसदी ज्यादा है। कंपनी ने तय किया है कि वह खुले बाजार से अपने शेयरों की इस वापस-खरीद या बायबैक पर ज्यादा से ज्यादा कुल 10,440 करोड़ रुपए खर्च करेगी। उसके पास दिसंबर 2011 के अंत तक कुल 74,539 रुपए का कैश बैलेंस है।

बता दें कि कंपनी की नेटवर्थ (इक्विटी + रिजर्व) मार्च 2011 तक लगभग 1.46 लाख करोड़ रुपए है। वह नियमतः इसका 10 फीसदी, यानी 14,600 करोड़ रुपए बायबैक पर खर्च कर सकती थी। लेकिन उसने बायबैक पर 10,440 करोड़ रुपए ही खर्च करने का फैसला किया है। कंपनी के कुल जारी शेयरों की संख्या 327.5 करोड़ है। वह इसमें से 12 करोड़ यानी 3.66 फीसदी शेयरों को बायबैक करने जा रही है। लेकिन जरूरी नहीं है कि वह बाजार से अपने इतने शेयर वापस ही खरीदे। जैसे, दिसंबर 2004 में उसने बायबैक के लिए 2999 करोड़ रुपए की रकम रखी गई थी। लेकिन वास्तविक बायबैक मात्र 149.62 करोड़ रुपए का हुआ था।

ब्रोकरेज फर्म रेलिगेयर में पोर्टफोलियो मैनेजमेंट विभाग से जुड़े इक्विटी प्रमुख मोहित मीरचंदानी का कहना है कि ऐतिहासिक रूप से बुरी खबरों के पहले बायबैक जैसी आकर्षक घोषणाएं की जाती हैं। रिलायंस ने भी दो साल में पहली बार किसी तिमाही में लाभ के घटने के सच का असर कम करने के लिए बायबैक की घोषणा की है। दिसंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 13.55 फीसदी घटकर 4440 करोड़ रुपए रह गया है जो बद से बदतर अनुमान से भी खराब है।

वैसे, मीरचंदानी का कहना है कि नतीजों व बायबैक ने यह भी संकेत दिया है कि कंपनी पेट्रोकेम बिजनेस के बॉटम के एकदम करीब जा पहुंची है। समझदार निवेशकों को इस मोड़ पर इस स्टॉक को खरीद लेना चाहिए। लेकिन उनके मुताबिक, सोमवार को इस स्टॉक में भारी झटका देखा जा सकता है। लाभ में गिरावट उम्मीद से थोड़ा बेहतर बायबैक मूल्य की घोषणा पर भारी पड़ सकती है।

बाजार में उम्मीद 850 रुपए से लेकर 900 रुपए तक के बायबैक मूल्य की हो रही थी। लेकिन शुद्ध लाभ व मार्जिन में इतनी कमी की अपेक्षा किसी को नहीं थी। इसलिए अंदेशा इस बात का है कि कहीं यह शेयर गिरकर 730 रुपए तक न चला जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *