बाजार शुरुआती बढ़त को टिकाए नहीं रख सका और बाद में सेंसेक्स 100 से ज्यादा अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। असल में कारोबार के दूसरे हिस्से में उन आवेगी स्टॉक्स में करेक्शन आता ही है जिनमें रिटेल निवेशक ज्यादा खरीद कर चुके होते हैं। मारुति अपनी खोई स्थिति फिर से हासिल कर रहा है। कंपनी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने एक इंटरव्यू में कहा है कि मानेसर के दूसरे संयंत्र में उत्पादन शुरू हो गया है जिससे सितंबर के बाद कंपनी का सालाना कार उत्पादन 12 लाख से बढ़कर 15 लाख हो जाएगा।
मुद्दा यह है कि फॉक्स वैगन (वीडब्ल्यू) क्या सुजुकी में अपनी हिस्सेदारी 20 फीसदी से बढ़ाकर 51 फीसदी करेगी? अगर ऐसा होता है तो मारुति अपने-आप में लॉटरी है। नहीं भी होता है तब भी यह कंपनी खालिस सोना है क्योंकि 15 लाख कारों के साथ यह फॉक्स वैगन की बिक्री को टक्कर देने जा रही है।
पावर ग्रिड की खबर ने बाजार को सचमुच 440 वोल्ट का करंट लगाया है। यह 3.39 फीसदी की बढ़त के साथ 105.30 रुपए पर बंद हुआ है। लेकिन अभी कहानी का पहला भाग सामने आया है। अगले भाग में वह टेलिकॉम बिजनेस को अलग कंपनी में डालने की घोषणा कर सकती है। यह भी खुद कंपनी के आला अधिकारियों का कहना है। एफपीओ (फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर) के आने से पहले इस स्टॉक की फिर से रेटिंग तय है और इसमें मूल्य का लक्ष्य है 160 रुपए।
बॉम्बे डाईंग भी अब स्टार परफार्मर बन गया है। कैम्फर, गिलैंडर्स, विम प्लास्ट, एसएनएल बियरिंग्स और विंडसर ने पहली तिमाही में जबरदस्त नतीजे घोषित किए है। ये सभी स्टॉक यहां से नई पारी की शुरुआत करनेवाले हैं। इंडियन ह्यूम पाइप भारी वोल्यूम के साथ 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर हासिल करने के बाद सुनहरे सफर पर निकल पड़ा है। श्राडेर डंकन को हमने 120 रुपए पर पकड़ा था। अब यह 250 के ऊपर है, फिर भी रिटेल निवेशक इसमें नहीं हैं। आप जिसके पात्र होते हैं, वही आपको मिलता है। लेकिन यकीनन आप और ज्यादा हासिल कर सकते हैं।
इंडियन ह्यूम पाइप यूं ही 50-100 रुपए बढ़ता-बढ़ता साल 2010 का स्टॉक बन जाएगा। इसने अब तक कोई गिरावट नहीं देखी है। इसी महीने होने जा रही स्टॉक स्प्लिट (10 रुपए के शेयर का 2 रुपए के पांच शेयरों में विभाजन) का इंतजार कीजिए और देखिए कि इसमें भाव और वोल्यूम की क्या स्थिति बनती है। 31 अगस्त को स्टॉक स्प्लिट के बाद यह 225 रुपए के ऊपर यानी अभी के हिसाब से 1100 रुपए के पार खुलेगा और 300 रुपए यानी अभी के लिहाज से 1500 रुपए तक चला जाएगा। इस तरह दो महीनों में यह 50 फीसदी से अधिक का फायदा दिलाएगा।
पहली बात कि इसकी रीयल एस्टेट प्रॉपर्टी का विकास किया जा रहा है। फिर बड़े ऑर्डर हैं इसके पास। इसके बाद लवासा कॉरपोरेशन का आईपीओ और फिर बोनस। इन सब बातों ने इंडियन ह्यूम पाइप की सपनीली यात्रा शुरू कर दी है। यह एचसीसी समूह की कंपनी है और इस स्टॉक में सभी एफआईआई निवेश करेंगे क्योंकि इसके पास मुंबई में वडाला के साथ ही पुणे व दिल्ली में प्राइम जगहों पर 40 लाख वर्गफुट से ज्यादा जमीन है। इसका ईपीएस 70 रुपए है जिसका मतलब हुआ कि इसमें अभी रीयल्टी कारोबार को नहीं जोड़ा गया है। दरअसल, यह भारतीय पूंजी बाजार का जेम्स बांड है।
अपने आज के वरदानों को देखो जो हर किसी इंसान को काफी कुछ मिले हुए हैं। गुजरे वक्त के दुर्भाग्य को मत देखो जो हर किसी इंसान को थोड़े-बहुत झेलने पड़े हैं।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)