ताकि, सरक न जाए बाज़ी हाथ से

सुप्रीम कोर्ट का विशेष जांच दल (एसआईटी) अगले महीने अगस्त के तीसरे हफ्ते तक अपनी पहली रिपोर्ट पेश कर देगा। इससे विदेशी बैंकों में रखे भारतीयों के काले धन पर तस्वीर काफी हद तक साफ हो जाएगी। इससे तमाम चिंताओं पर विराम लग जाएगा। और, सुप्रीम कोर्ट की फटकार सहने के बावजूद यूपीए सरकार को यह कहने का मौका मिलेगा कि उसने अपना काम कर दिखाया है।

इधर, सरकार के एजेंडे में आर्थिक सुधार फिर से केंद्र में आ गए हैं। मल्टी ब्रांड रिटेल को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए खोलने का ऐलान कभी भी हो सकता है। खुद वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु ने प्रणव दा के साथ अमेरिका यात्रा से लौटने के बाद इसके पक्ष में माहौल बनाने का बीड़ा उठाया है। सरकार के इस रुख ने यकीनन बाजार को सहारा दिया है और अब हर गिरावट या कमजोरी को वो मजबूत हाथ खरीदने के लिए मौके के रूप में इस्तेमाल करेंगे जो निफ्टी के 5180 से 5650 तक रहने के दौरान ऐसा करने से चूक गए हैं।

मैं इस बात का तरफदार हूं और सरकार की इस इच्छा के साथ हूं कि ओएनजीसी का एफपीओ आने से पहले बाजार को उठा दिया जाए। मेरा यकीन है कि तब तक बाजार 6000 तक पहुंच जाएगा। आज भी निफ्टी बराबर 5650 के ऊपर डटा रहा।

रीयल्टी सेक्टर का सबसे बुरा दौर अब बीत गया है। इस मायने में फिलहाल डीसीएम मेरा सबसे पसंदीदा शेयर है। अगर वीआईपी इडस्ट्रीज बुक वैल्यू से 12 गुने भाव पर ट्रेड हो सकता है तो डीसीएम का भाव तो बुक वैल्यू का महज एक गुना है। उसका ईपीएस 16 रुपए है। उसकी आय वीआईपी से कहीं ज्यादा बेहतर है। हिसार की जमीन इस स्टॉक की संजीवनी है। 95 रुपए के ऊपर पहुंच जाने पर आप इसे रोकना चाहें, तब भी नहीं रोक सकते। फिर तो पलक झपकते ही यह 120 रुपए के ऊपर चला जाएगा और फिर जल्दी ही 170 रुपए पर।

बिजनेस चैनल व समाचार एजेंसियां भी इस स्टॉक पर खबर चलाने की तैयारी में हैं। इसमें 155 से 165 रुपए के बीच 4 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी बेचने की ब्लॉक डील होनेवाली है।

कल क्या होगा, हम नहीं जानते। लेकिन कल की बाज़ी हाथ से फिसल न जाए, इसकी तैयारी तो अभी से रखनी पड़ेगी।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का फीस-वाला कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)

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