शिकागो के ग्लोबल फूडबैंकिंग नेटवर्क (जीएफएन) ने भारत में फूड बैंक खोलने का फैसला किया है। जीएफएन एक एनजीओ है और खुद को गैर-लाभकारी संगठन बताता है। इसने दुनिया के करीब तीस देशों में फूड बैंक बना रखे हैं, जिनके जरिए गरीब व जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विशेष सलाहकार सैम पित्रोदा जीएफएन के बोर्ड में है।
पित्रोदा ने राजधानी दिल्ली में एक समारोह के दौरान जानकारी दी कि जीएफएन इस साल के अंत तक भारत में फूड बैंकों की शुरुआत कर देगा। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किया जाएगा क्योंकि देश के हर गांव में इसकी जरूरत है। जीएफएन दुनिया भर में लोगों से खाद्यान्न का दान लेकर फूड बैंक बनाता है। वह इस तरह मिले खाद्यान्न का भंडारण करता है और गरीबों के बीच इसका वितरण करता है। पित्रोदा के मुताबिक इस तरह के काम के लिए राष्ट्रीय नेटवर्क का होना जरूरी है।
जीएफएन की स्थापना 2006 में अमेरिका, कनाडा, मेक्सिको और अर्जेटीना के चार राष्ट्रीय फूड बैंकों ने की थी। इसका घोषित मकसद दुनिया से भुखमरी को मिटाना है। इसके सीईओ बॉप फोर्नी हैं। इसके निदेशक बोर्ड में कुल 20 सदस्य हैं, जिनमें से सैम पित्रोदा भी एक हैं।