नए वित्त वर्ष 2012-13 का रेल बजट 5 मार्च को पेश किया जाएगा, जबकि आम बजट 6 मार्च को संसद में रखा जाएगा। आर्थिक समीक्षा रेल बजट के साथ सोमवार, 5 मार्च को ही पेश कर दी जाएगी। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को साफ कर दिया कि आम बजट इस बार पांच राज्यों में घोषित विधानसभा चुनाव खत्म होने पर पेश किया जाएगा।
हालांकि उन्होंने कहा कि इसकी तारीख अभी तय नहीं है। लेकिन 3 मार्च को चुनाव खत्म होंगे और अगले दिन 4 मार्च को रविवार है। इसलिए पूरी उम्मीद है कि 5 मार्च को रेल बजट और 6 मार्च को आम बजट पेश किया जाएगा। मुखर्जी ने राजधानी दिल्ली में बजट की तारीख के बारे में संवाददाताओं के सवाल पर कहा, “हमने अभी तारीख तय नहीं की है। पर स्वभाविक तौर पर यह चुनावों के बाद ही होगा।”
बता दें कि पांच राज्यों – उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, पंजाब व गोवा में 30 जनवरी से 3 मार्च के बीच विधानसभा चुनावों की तारीख रखी गई है। इसलिए वित्त वर्ष 2012-13 के लिए पेश होने वाले बजट की तिथि को पुनर्निधारित किए जाने की जरूरत है। हालांकि मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी का कहना है कि चुनावों के दौरान बजट पेश करने में कोई कानूनी बाधा नहीं है। लेकिन इस पर राजनीतिक बखेड़ा मचने के डर से सरकार इसे टाल रही है।
अमूमन फरवरी के आखिरी कारोबारी दिन पर आम बजट लोक सभा में पेश किया जाता है। इस बार फरवरी 29 दिन की है तो कायदे से उसी दिन आम बजट पेश किया जाता। लेकिन इस बीच विधानसभा चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के बाद चुनाव आचार संहिता प्रभावी हो गई है। चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के मुताबिक अंतिम चुनाव 3 मार्च को गोवा में संपन्न होगा और 4 मार्च को मतों की गिनती शुरू होगी।
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी 11 जनवरी से बजट तैयारी पर विभिन्न संबंधित समूहों से बातचीत करना शुरू करेंगे। संभावना है कि बजट-पूर्व बैठक की शुरूआत किसानों के साथ की जाएगी। इसके बाद अगले दस दिन तक विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों, प्रतिनिधियों, उद्योगपतियों और अर्थशास्त्रियों के साथ अगले वित्त वर्ष के बजट पर विचार-विमर्श किया जाएगा।