रिजर्व बैंक ने अपनी अध्ययन रिपोर्ट में कहा है कि भारत को विकसित बनाने के लिए विकास का जाप करने और अब तक चला रहा रवैया जारी रखने से काम नहीं चलेगा। अभी जैसा ढर्रा रहा तो लक्षित समय में देश को विकसित देश बनाने के लिए जो विकास दर हमें हासिल करनी है, उससे हम काफी पीछे रह जाएंगे। यह लक्ष्य पाने के लिए नितांत आवश्यक है कि अर्थव्यवस्था में निवेश बढ़ाया जाए, लॉजिस्टिक्स की लागत घटाई जाए, श्रमशक्ति का कौशल बढ़ाने पर फोकस हो, शिक्षा व स्वास्थ्य पर ज्यादा निवेश हो और देश में अनुसंधान (आर एंड डी) का स्तर उठाया जाए। रिजर्व बैंक ने ऐसे आवश्यक कदमों की पूरी फेहरिस्त पेश की है। उसका सार श्रम और पूंजी के कारकों को उन्नत स्तर तक पहुंचाना है। पूंजी उपभोग व सटोरिया गतिविधियों में न खप जाए, बल्कि औद्योगिक निवेश में लगे। साथ ही देश को जो डेमोग्राफिक बढ़त हासिल है, उसे बरबाद न होने दिया जाए। भारत दुनिया का सबसे ज्यादा नौजवान देश है। अगर इस युवा शक्ति को शिक्षित, स्वस्थ व कुशल बनाकर रोज़गार न दिया गया तो भारत विकसित देश नहीं बन सकता। अब शुक्रवार का अभ्यास…
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