अपने यहां शेयर बाज़ार में डेरिवेटिव या कहें तो फ्यूचर्स व ऑप्शंस ट्रेडिंग को लेकर जैसा उन्माद छाया हुआ है, वैसा दुनिया के किसी भी देश में नहीं है। दुनिया के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंजों में बाज़ार पूंजीकरण के लिहाज से भारत का नंबर अमेरिका, चीन, जापान व हांगकांग के बाद पांचवां है। लेकिन अपना एनएसई लगातार पांच सालों से दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज बना हुआ है। स्थिति यह हो गई है कि बाज़ार मेंऔरऔर भी