कंकास का निकास

यूं तो नया आने के साथ ही पुराना मिटना शुरू हो जाता है। लेकिन पुराने कंकास को हटाने का काम सायास करना पड़ता है। दीपावली से ठीक पहले की रात मन व जीवन के कंकास या दलिद्दर को हटाने का मौका होती है।

2 Comments

  1. नये को स्थान देना चाहिये।

  2. सुन्दर !

    प्रेम से करना “गजानन-लक्ष्मी” आराधना।
    आज होनी चाहिए “माँ शारदे” की साधना।।

    आप खुशियों से धरा को जगमगाएँ!
    दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!

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