इस रात की सुबह ज़रूर होगी
शेयर बाज़ार की नब्ज़ डूबती जा रही है। बाज़ार बराबर उठते-उठते गिर जाता है। न अंदर की खबर दिलासा दिलाती है, न बाहर की खबरें उम्मीद जगाती हैं। गिनती नहीं कि कितनी कंपनियों के शेयर 52 हफ्ते ही नहीं, ऐतिहासिक तलहटी के आसपास हैं। लेकिन निराशा व हताशा का यह दौर अच्छी कंपनियों के शेयर खरीदने का अच्छा मौका दे रहा है। यकीन मानें, इस रात की सुबह ज़रूर होनी है। अब तथास्तु में आज की कंपनी…औरऔर भी








