सहजता के सोपान

कहते हैं सहज बनो। लेकिन कैसे बनें? सहजता के तो अलग-अलग सोपान हैं। सियार के लिए हुंआना सहज है तो गधे के लिए लोटना। इसी तरह हर इंसान के लिए सहज होने का मायने-मतलब अलग है।

1 Comment

  1. सहज बनना कठिन है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *