बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी द्वारा नियुक्त एक कार्यबल की रिपोर्ट के संदर्भ में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगी है। इस रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि सोनिया और उनके दिवंगत पति राजीव गांधी के स्विस बैंक में खाते हैं।
बीजेपी ने विदेशी बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा काले धन की पड़ताल करने के लिए एक कार्यबल का गठन किया था। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी उन भारतीयों में शामिल हैं जिनके स्विस बैंक में खाते हैं।
इसके बाद सोनिया ने आडवाणी को पत्र लिखकर आरोपों का खंडन किया। सूत्रों का कहना है कि सोनिया ने पत्र में लिखा था कि उनका और उनके पति का स्विस बैंक में कोई खाता नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष के पत्र के जवाब में आडवाणी ने रिपोर्ट में उनका और राजीव का नाम होने पर खेद जताया है।
हालांकि आडवाणी ने अपने जवाब में यह भी लिखा है कि रिपोर्ट में उनके परिजनों के नाम होने की अटकलों के वक्त ही उन्हें सार्वजनिक तौर पर इसका खंडन कर देना चाहिए था। आडवाणी ने कहा कि यदि उन्होंने ऐसा किया होता तो उनके परिजनों के नाम रिपोर्ट में नहीं होते।
भाजपा के चार सदस्यीय कार्यबल में एस गुरूमूर्ति, आईबी के पूर्व निदेशक अजीत डोभाल, प्रोफेसर आर वैद्यनाथन और वकील महेश जेठमलानी थे जिन्होंने विदेशी बैंकों में जमा धन 25 लाख करोड़ रुपये होने का कयास लगाया है।