भारतीय डाक ने विभिन्न देशों के लिए वी़ज़ा सम्बन्धी सुविधाएं डाकघरों के जरिए उपलब्ध कराने के लिए वीएफएस ग्लोबल नाम की वैश्विक फर्म के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। यह हस्ताक्ष्ार इसी हफ्ते मंगलवार, 30 अगस्त को डाक विभाग के सचिव व अधिकारियों और वीएफएस ग्लोबल के अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया। सहमति पत्र के अनुसार उन डाकघरों के जरिए दूरदराज के उन इलाकों में वीज़ा सम्बन्धी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी जहां ये सुविधाएं फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं।
शुल्क जमा करने, वीज़ा आवेदन पत्र देने, वीज़ा सम्बन्धी सूचनाएं प्रदान करने और वीज़ा आवेदन प्रक्रिया से सम्बंधित अन्य सेवाओं के लिए डाकघरों के काउन्टरों का उपयोग किया जाएगा। वीएफएस कार्यालयों और सम्बद्ध दूतावासों व आवेदकों तक पासपोर्ट पहुंचाने के लिए भारतीय डाक की कुरियर सेवा का भी इस्तेमाल किया जाएगा। दोनों पक्ष किसी अन्य सेवा का उपयोग करने के बारे में भी विचार करेंगे जो आपसी सहमति की शर्तों पर भारतीय डाक वीएसएफ ग्लोबल के नेटवर्क के जरिये उपलब्ध कराना चाहे।
बता दें कि वीएफएस ग्लोबल वीज़ा आवेदन सेवाओं के क्षेत्र में दुनिया भर की 35 सरकारों के साथ काम कर रही है और 50 देशों में इसके 450 से अधिक कार्यालय हैं। भारतीय डाक और वीएसएफ दोनों का मानना है कि परस्पर हित के कई अन्य क्षेत्र भी हैं और दोनों के बीच सहयोग से इन क्षेत्रों में आम जनता को लाभ पहुंचाया जा सकता है।
इस समय वीज़ा सम्बन्धी सेवाएं ज्यादातर बड़े शहरों में हैं और इन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए छोटे शहरों व ग्रामीण इलाकों से लोगों को लम्बी दूरी तय करके बड़े शहरों में आना पड़ता है। सामान्य जानकारी की कमी भी चिंता की बात है, जिसके कारण गलत किस्म के लोग आम लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हैं। डाकघरों के जरिये वीज़ा सम्बन्धी सेवाओं की व्यवस्था से काफी हद तक इस स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है।