बाजार सुरक्षित हाथों में है। कृपया चिंता करना छोड़ दें। इस सेटलमेंट में जिन स्टॉक्स में तेजी का दम रहेगा, वे हैं – आरआईएल, आईएफसीआई, आईडीबीआई बैंक, सेंचुरी टेक्सटाइल्स, एचडीआईएल, यूनिटेक, डीएलएफ, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और ऑर्किड केमिकल्स। इन पर सेटलमेंट के आखिरी दिन गुरुवार का असर आप 30 दिसंबर 2010 को देखिएगा। एनएवी (शुद्ध आस्ति मूल्य) का दिन 31 दिसंबर 2010 है क्योंकि तमाम म्यूचुअल फंड अब भी एनएवी के लिए कैलेंडर वर्ष का इस्तेमाल करते हैं।
जो लोग बॉम्बे डाईंग को ज्यादा दाम पर खरीदकर बुरी तरह फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं, उनके दिल को अब थोड़ी तसल्ली होनी चाहिए। सीएलएसए ने इस स्टॉक को 600 रुपए पर खरीदने की सिफारिश की है और उसने लक्ष्य रखा है 970 रुपए का। अब बॉम्बे डाईंग समूह की ही कंपनी गो एयर ने 400-500 करोड़ रुपए के आईपीओ की घोषणा कर दी। इससे कंपनी अपने पुराने ऋण चुकाएगी। हमने इस मामले में भी हीरो होंडा और इस्पात की तरह हमेशा आगे रहने का क्रम बनाए रखा है। 1300 करोड़ रुपए का ऋण उतर जाने से बॉम्बे डाईंग का शेयर अपने-आप 800 रुपए तक चला जाएगा।
इसलिए निवेशक क्यों चिंता कर रहे हैं? क्यों सोच रहे हैं कि वे इस स्टॉक में फंस गए? इक्विटी में 20 फीसदी का करेक्शन या गिरावट तेजड़ियों की योजना का हिस्सा होता है। इसलिए इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। हम लिफाफा देखकर खत का मजमून पढ़ लेते हैं जबकि मार्केट मेकर अपने टाइम-टेबल के हिसाब से हरकत में आते हैं। कल हमने कहा था कि नेक्ससॉफ्ट इनफोटेल (बीएसई – 532045) ऊपरी सर्किट तक पहुंचेगा और इसने ऐसा ही किया। वैसे कमाल की बात यह है कि टी श्रेणी में डाले जाने के बावजूद इसमें रह-रहकर लाखों शेयरों के सौदे हो जाते हैं। जैसे आज ही बीएसई में इससे 5.49 लाख शेयरों में कारोबार हुआ है।
असल में, बैंगलोर की इस कंपनी ने आठ साल की रिसर्च के बाद पहली बार एक ऐसा गेमिंग इंजिन विकसित किया है जो सोनी के प्ले स्टेशन की टक्कर का है। जान लें कि गेमिंग सॉफ्टवेयर बनाना बहुत आसान है, लेकिन गेमिंग इंजिन बनना बेहद मुश्किल है। इसको लांच करना अभी बाकी है। अगर यह सफल हुआ तो कंपनी को जबरदस्त गति मिलेगी और स्टॉक के मूल्य में अनंत संभावनाएं बन जाएंगी। अभी इसका भाव नीचे चल रहा है तो इसकी वजह गेमिंग इंजिन की कामयाबी से जुडा जोखिम ही है। बहुत से निवेशकों ने कंपनी प्रबंधन से मिलकर उसका प्रजेंटेशन देखा था और तब जाकर इसमें 250 रुपए तक के भाव पर निवेश किया था। लेकिन लगता है कि यह स्टॉक भी बाजार की प्रतिकूल स्थितियों का शिकार हो गया।
मैं कैम्फर एंड एलायड प्रोडक्ट्स को 2011 और 2012 के स्टॉक के रूप में पेश करता रहा हूं। इसे चार अंकों के पार चला जाना चाहिए क्योंकि इसमें वीआईपी से बेहतर संभावनाएं हैं। लेकिन बड़ी विचित्र स्थिति है कि निवेशक इस बात को नहीं समझते और वे एसवीसी, मिडफील्ड व किरी डाइज (आज 10 फीसदी बढ़ा है) जैसे स्टॉक्स के पीछे भागते हैं जहां उनसे बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं और फटाफट लखपति बनने की चाह में जब अपने हाथ जला बैठते हैं, तब बाजार को दोषी ठहराते हैं। मेरा एक दोस्त ऐसे स्टॉक्स में 10 करोड़ रुपए से ज्यादा गंवा बैठा है और तब कहीं जाकर उसने सबक सीखा है।
खैर, मेरा मानना है कि निफ्टी इसी दिसंबर माह में भी 6150 अंक तक पहुंच सकता है। देखते हैं कि ऐसा होता है या नहीं। कल चूंकि बाजार 6050 को पार करने में नाकाम रहा, इसले बहुत से ट्रेडर शॉर्ट हो गए। मैं और कुछ नहीं, बस उनके भले की ही कामना कर सकता हूं।
मैं मूड का इंतजार नहीं करता। अगर आप ऐसा करते हैं तो जिंदगी में कुछ नहीं हासिल कर सकते। दिमाग को कसना पड़ता है कि यह काम करना है तो करना ही है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)