प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान की एक जनसभा में दावा किया कि दुनिया के बड़े-बड़े विशेषज्ञ बोल रहे हैं कि भारत अति गरीबी को समाप्त करने के बहुत निकट है। वेदों की तरह शब्द को ही प्रमाण मान लिया जाए तो मोदी की बात सच मान ली जाएगी। लेकिन विश्व बैंक ने अक्टूबर 2022 में जारी रिपोर्ट में कहा है कि भारत में सबसे ज्यादा लोग अति गरीबी में जी रहे हैं। 2019 में 13.70 करोड़ लोग 46 रुपए प्रतिदिन में गुजारा कर रहे थे और 61.20 करोड़ लोग 78 रुपए प्रतिदिन में। भारत दुनिया में सबसे ज्यादा विषमता वाला देश है। यहां शीर्ष की 10% आबादी की आय नीचे के 50% लोगों की आय की 22 गुना है। आखिर विश्व बैंक से बड़ा दुनिया का विशेषज्ञ कौन हो सकता है? देश के भीतर सच-झूठ का पता लगाने का कोई आधार नहीं है क्योंकि सरकार ने 2011 के बाद गरीबी का कोई आंकड़ा ही जारी नहीं किया है। अब मंगलवार की दृष्टि…
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