कहा जाता है कि शेयर बाज़ार खोलते हैं नौसिखिया रिटेल ट्रेडर, जबकि बंद करते हैं प्रोफेशनल ट्रेडर। लंच के दौरान शेयर बाज़ार में अमूमन सन्नाटा रहता है। अधिकांश लोग निश्चित समय पर एकदम निश्चिंत होकर लंच करते हैं। केवल अल्गोरिदम ट्रेडिंग चलती है। यह सिस्टम आधारित ऑर्डर एंट्री होती है जिन्हें ग्रे व ब्लैक बॉक्स से जुड़े सॉफ्टवेयर मशीनी ढंग से पूरा करते हैं। करीब एक से ढाई बजे तक बाज़ार का वोल्यूम काफी घट जाता है। इसके ऊपर से अल्गो ट्रेडिंग की हाई फ्रीक्वेंसी। नतीजतन, शेयरों के भाव इस दौरान ज्यादा ही उछल-कूद मचाते हैं। अब बुधवार की बुद्धि…
यह कॉलम सब्सक्राइब करनेवाले पाठकों के लिए है.
'ट्रेडिंग-बुद्ध' अर्थकाम की प्रीमियम-सेवा का हिस्सा है। इसमें शेयर बाज़ार/निफ्टी की दशा-दिशा के साथ हर कारोबारी दिन ट्रेडिंग के लिए तीन शेयर अभ्यास और एक शेयर पूरी गणना के साथ पेश किया जाता है। यह टिप्स नहीं, बल्कि स्टॉक के चयन में मदद करने की सेवा है। इसमें इंट्रा-डे नहीं, बल्कि स्विंग ट्रेड (3-5 दिन), मोमेंटम ट्रेड (10-15 दिन) या पोजिशन ट्रेड (2-3 माह) के जरिए 5-10 फीसदी कमाने की सलाह होती है। साथ में रविवार को बाज़ार के बंद रहने पर 'तथास्तु' के अंतर्गत हम अलग से किसी एक कंपनी में लंबे समय (एक साल से 5 साल) के निवेश की विस्तृत सलाह देते हैं।
इस कॉलम को पूरा पढ़ने के लिए आपको यह सेवा सब्सक्राइब करनी होगी। सब्सक्राइब करने से पहले शर्तें और प्लान व भुगतान के तरीके पढ़ लें। या, सीधे यहां जाइए।
अगर आप मौजूदा सब्सक्राइबर हैं तो यहां लॉगिन करें...