अमेरिका की सिर चढ़ी मुद्रास्फीति और उसे थामने के लिए बढ़ाई जा रही ब्याज दरें वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए संकट का सबब बनी हुई हैं। वहां पिछले दस सालों में औसत मुद्रास्फीति 1.88% रही है। लेकिन बीते वर्ष 2022 में यह 8% पर पहुंच गई। नवंबर में यह घटकर 7.1% पर आ गई। लेकिन जानकारों का मानना है कि भले ही यह दर शीर्ष पर पहुंचकर नीचे उतरी हो। लेकिन सरकारी नीतियों के चलते यह फिर पलटकर बढ़ सकती है। उनका कहना है कि जिस तरह अमेरिकी सरकार के दस साल के बॉन्डों पर यील्ड की दर कम और दो साल के बॉन्डों पर यील्ड की दर ज्यादा चल रही है, उससे साफ-साफ अमेरिका में आर्थिक मंदी की आहट मिल रही है। इसलिए अनुमान है कि वहां के शेयर बाज़ार का गिरकर तलहटी पकड़ना अभी बाकी है। अब गुरुवार की दशा-दिशा…
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